जवाहरलाल नेहरू ने कहा है : ” आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा
शत्रु है। ”
महात्मा गाँधी ने कहा है : अपने शत्रु से प्रेम करो। ”
अब बड़ा कन्फयूसन है किसकी सुने …. बापू
की या चाचू की………
शत्रु है। ”
महात्मा गाँधी ने कहा है : अपने शत्रु से प्रेम करो। ”
अब बड़ा कन्फयूसन है किसकी सुने …. बापू
की या चाचू की………
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